Monday 31 July 2017

शुगर का ये देसी इलाज आपको दिलाएगा हर समस्यार से निजात!

 1. शुगर की देशी दवा

मधुमेह के साथ लोगों को हर दिन स्वास्थ्य समस्याओं के साथ सौदा करना पड़ता है. मधुमेह खराब खान-पान और अनियंत्रित आदतों की वजह से बढ़ जाता है. मधुमेह का कोई ऐसा इलाज नहीं है जिससे उससे पूरी तरह से खत्म किया जा सके इसलिए लोग अक्सर उसे अनुपचारित छोड़ देते है.

2. शुगर की देशी दवा


यह अंधापन, गुर्दे की बीमारी, रक्त वाहिनियों को नुकसान, संक्रमण, हृदय रोग, तंत्रिका क्षति, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक, अंग विच्छेदन और कोमा आदि बीमारियों को पैदा कर सकता है. वैसे तो बाजार में मधुमेह का इलाज इन्सुलिन और मेडिसिन्स द्वारा उपलब्ध है मगर हम आपको कुछ ऐसे देसी इलाज बताएंगे जो आप घर बैठे कर सकते है.

3. प्राकृतिक कच्चा भोजन

प्राकृतिक कच्चा भोजन सभी प्रकार के रोगों के लिए सबसे अच्छी दवा है. कच्चा भोजन शरीर के एंजाइमों में मिल जाता है. ऐसे खाद्य पदार्थ जिन्हें कच्चा खाया जा सकता है उन्हें कच्चा भोजन बोलते है जैसे की स्प्राउट्स, फल, जूस, नट आदि.

4. प्राकृतिक कच्चा भोजन

ऐसा कच्चा भोजन जिनमें फाइबर अधिक अधिक होता यही वो धीरे-धीरे शुगर लेवल को शरीर से खींच लेते है और इससे शरीर में ब्लड शुगर का लेवल संतुलित रहता है. फाइबर ब्लड शुगर के लेवल को स्थिर रखने का सबसे अच्छा काम करता है. सेब, खुमानी, चुकंदर, जामुन, गाजर, खट्टे फल आदि फाइबर से भरपूर होते है.

5. अच्छा और संतुलित आहार

ऐसा आहार जो सब्जियों और फलों का एक परफेक्ट मिक्स हो जिसमें सभी विटामिन्स और मिनरल्स हो जोकि शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट के रूप में शरीर को अनचाहे रोगों से बचाए और ब्लड शुगर के हाई लेवल को कम करके शुगर को संतुलन में रखे.

6. रोजाना व्यायाम

व्यायाम बिना किसी दवाई के मधुमेह को नियंत्रित करने की क्षमता रखता है. यह रोग की गंभीरता को कम कर देता है और काफी लंबे समय तक जटिलताओं के जोखिम को कम करता है. व्यायाम उन लोगों को जरूर मदद करता है जो शुगर से इसलिए ग्रस्त है क्यूंकि उनका वजन ज्यादा है. 

7. रोजाना व्यायाम

व्यायाम इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को कम करके टाइप 2 मधुमेह के मूल कारण से निपटने के लिए मदद करता है. इसके अलावा नियमित व्यायाम कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने और उच्च रक्तचाप को कंट्रोल में रखने में मदद करता है.

8. मेडिटेशन/ध्यान लगाना

ध्यान हमारे शरीर में इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है. मेडिटेशन करने से कोर्टिसोल , एड्रेनालाईन और नार एड्रेनालाईन के रूप में तनाव हार्मोन इंसुलिन और ग्लूकोज के स्तर के उत्पादन को तेज करके शुगर लेवल को संतुलित करता है. ये पाचन सिंड्रोम और मधुमेह को सामान्य करने में मदद करता है.


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